लेखनी प्रतियोगिता -08-Mar-2023 "वही ख़्वाब हो मेरा "

1 Part

304 times read

14 Liked

  "वही ख़्वाब हो मेरा" पहली सांस से लेकर आख़री सांस तक,  धड़कता है जो सीने में,  वही रफ़्तार हो मेरी....  तसव्वुर में जो रहती हो,  रात दिन मेरी आँखों में,  ...

×